मोबाइल, टैब और लैपटॉप की चमक बच्चों की आंखों की रोशनी पर खतरनाक असर डाल रही है। मायोपिया (निकट दृष्टिदोष), जो पहले किशोरावस्था में नजर आता था, अब तीन से चार साल के बच्चों में भी दिखने लगा है। छह से 12 साल के बच्चों में इसके मामले और ज्यादा देखे जा रहे हैं।