कूटनीतिक हलकों का मानना है कि यह दौरा भारत और तालिबान सरकार के बीच संवाद के नए आयाम खोलेगा. इससे पहले विदेश मंत्री एस. जयशंकर और मुत्ताकी के बीच 15 मई को फोन पर बातचीत हो चुकी है.