जरूरत की खबर- फ्लाइट ट्रैवल में टाइट जींस न पहनें:बढ़ता DVT का रिस्क, फ्लाइट में हमेशा साथ रखें ये चीजें, 5 सिक्योरिटी टिप्स

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फ्लाइट में ट्रैवल कर रहे हैं तो इस दौरान स्टाइलिश दिखना इतना जरूरी नहीं है, जितनी आपकी सेफ्टी और आराम जरूरी है। पहली बार ट्रैवल कर हैं तो थोड़ी और सावधानी बरतें। प्लेन के अंदर का माहौल बाहरी दुनिया से बिल्कुल अलग होता है। यहां हवा रूखी होती है, तापमान अक्सर बदलता रहता है और सीटों के बीच की जगह भी सीमित होती है। ऐसे में अगर आप गलत कपड़े पहनकर गए हैं तो पूरा सफर असहज और थकाऊ हो सकता है। प्लेन से ट्रैवल करते समय एक और बात का ध्यान रखना चाहिए कि यात्रा छोटी हो या लंबी, हमारा पहनावा ऐसा होना चाहिए जो आरामदायक हो, काम का हो। इसके अलावा अगर अचानक कोई इमरजेंसी कंडीशन बनती है तो उसमें मदद मिल सके। आज ‘जरूरत की खबर’ में जानेंगे कि हमें फ्लाइट में क्या पहनने से बचना चाहिए। साथ ही जानेंगे कि- एक्सपर्ट: डॉ. बॉबी दीवान, सीनियर फिजिशियन, नई दिल्ली 2023 में 940 करोड़ पैसेंजर्स ने फ्लाइट से ट्रैवल किया एयरपोर्ट्स काउंसिल इंटरनेशनल (ACI) के मुताबिक, साल 2023 में पूरी दुनिया में 940 करोड़ पैसेंजर्स ने फ्लाइट से ट्रैवल किया। भारत में हर साल 37.6 करोड़ पैसेंजर्स फ्लाइट से ट्रैवल करते हैं। इनमें से ज्यादातर लोगों के यात्रा के अनुभव बहुत सुखद नहीं होते हैं। इसकी वजह ये है कि वो लोग फ्लाइट में सही कपड़े और एक्सेसरीज पहनकर नहीं जाते हैं। सवाल: खुले सैंडल या चप्पल क्यों न पहनें? जवाब: कई बार प्लेन का फ्लोर गंदा होता है, खासकर वॉशरूम एरिया में गंदगी मिल सकती है। चप्पल या सैंडल पहनने से बैक्टीरिया या फंगल संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। अगर फ्लाइट में अचानक इमरजेंसी कंडीशन बनती है तो पैर में वकर सपोर्ट न होने से चोट लगने का ज्यादा खतरा हो सकता है। बेहतर विकल्प: कंफर्टेबल स्नीकर्स या शूज जिनमें पैरों को पूरी तरह कवर कर सकें और जरूरत पड़ने पर सपोर्ट मिल सकें। सवाल: टाइट जींस या हार्ड फैब्रिक की पैंट्स क्यों अवॉइड करने चाहिए? जवाब: टाइट कपड़े ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित करते हैं। फ्लाइट में कई घंटे लगातार एक ही पोजीशन में बैठे रहने से डीप वेन थ्रॉम्बोसिस (DVT) का खतरा रहता है, खासकर अगर टाइट पैंट्स के कारण कमर, जांघ और घुटनों पर दबाव पड़ रहा है। डीप वेन थ्रॉम्बोसिस गंभीर मेडिकल कंडीशन है, जिसमें किसी नस में ब्लड क्लॉटिंग हो जाती है। इससे ब्लड सर्कुलेशन रुक सकता है और अगर यह ब्लड के साथ हार्ट की तरफ गया तो जानलेवा हो सकता है। बेहतर विकल्प: लूज फिटिंग ट्रैक पैंट्स, योगा पैंट्स या ड्रॉस्ट्रिंग ट्राउजर्स पहनें। ये स्ट्रेच हो सकते हैं और आरामदायक भी होते हैं। सवाल: अंडरवायर ब्रा क्यों नहीं पहननी चाहिए? जवाब: लंबे समय तक अंडरवायर के दबाव से पसीना और रबिंग बढ़ती है, जिससे रेडनेस, जलन हो सकती है। इससे रैशेज भी हो सकते हैं। बहुत ऊंचाई पर एयर प्रेशर घटने से शरीर थोड़ा फूलता है, जिसके कारण ये वायर्स और ज्यादा चुभने लगते हैं। इससे पूरी यात्रा बहुत असहज हो सकती है और उसके बाद कई समस्याएं हो सकती हैं। बेहतर विकल्प: सॉफ्ट ब्रा, स्पोर्ट्स ब्रा या ब्रालेट पहनें। इनमें कोई तार नहीं होता है और आरामदायक भी होती हैं। सवाल: भारी गहने क्यों नहीं पहनने चाहिए? जवाब: सिक्योरिटी चेक में मेटल डिटेक्टर बार-बार बीप करेगा, जिससे समय जाया होगा और असहजता होगी। गहनों के खोने या या चोरी होने का रिस्क भी होता है। बेहतर विकल्प: यात्रा के दाैरान गहने अवॉइड करें। अगर पहन ही रहे हैं तो बेहतर है कि मिनिमल, नॉन-मेटल ज्वेलरी ही पहनें। सवाल: सिंथेटिक कपड़े क्यों नहीं पहनने चाहिए? जवाब: प्लेन में हवा का सर्कुलेशन कम होता है, जिससे नॉन-ब्रीदेबल फैब्रिक जैसे पॉलिएस्टर में पसीना नहीं सूखता है। इससे स्किन इरिटेशन या बैक्टीरियल ग्रोथ की संभावना बढ़ती है। इससे स्किन इन्फेक्शन का जोखिम हो सकता है। बेहतर विकल्प: कॉटन या लिनेन से बने हल्के कपड़े पहनें। सवाल: जंपसूट या डंगरी क्यों न हींपहनने चाहिए? जवाब: टॉयलेट जाने के लिए पूरे कपड़े खोलने पड़ते हैं, जिससे हाइजीन की समस्या होती है। फ्लाइट में छोटे टॉयलेट्स होते हैं, ऐसे में इन कपड़ों के साथ टॉयलेट जाना बेहद असुविधाजनक हो सकता है। बेहतर विकल्प: टू-पीस सेट या को-ऑर्ड्स पहनें, जो स्टाइलिश भी हों और आसान भी हों। सवाल: बहुत तेज परफ्यूम या डियो क्यों नहीं लगाने चाहिए? जवाब: फ्लाइट केबिन में एयर सर्कुलेशन सीमित होता है। तेज सुगंध दूसरों के लिए परेशानी का कारण बन सकती है। इससे किसी को एलर्जिक रिएक्शन, सिरदर्द या अस्थमा जैसी समस्या को बढ़ा सकती है। बेहतर विकल्प: बिना सेंट वाले या माइल्ड नेचुरल डियोडरेंट्स इस्तेमाल करें। सवाल: बहुत मेकअप करने के क्या नुकसान हैं? जवाब: एयरलाइन केबिन की हवा बहुत ड्राई होती है, जिससे स्किन पहले ही डिहाइड्रेट होती है। अगर किसी ने बहुत मेकअप कर रखा है तो स्किन हवा नहीं मिलती है, जिससे ड्राइनेस और पिंपल्स का जोखिम बढ़ता है। स्किन बेजान और रूखी हो सकती है। बेहतर विकल्प: मॉइस्चराइजर के साथ सनस्क्रीन लगाना काफी है। अगर जरूरी हो तो इसके ऊपर हल्की BB क्रीम लगा सकते हैं। सवाल: शॉर्ट्स या स्लीवलेस टॉप्स क्यों अवॉइड करने चाहिए? जवाब: फ्लाइट में तापमान सामान्य तौर पर 22°C से कम रहता है। सीधे ठंडी हवा से स्किन ड्राय हो सकती है या ठंड लग सकती है। सीट्स को कई लोग यूज करते हैं, जिससे स्किन डायरेक्ट टच में होने से इन्फेक्शन का रिस्क भी होता है। बेहतर विकल्प: फुल-स्लीव्स टॉप्स और पतली जैकेट साथ रखें। सवाल: ओपन बैग्स क्यों नहीं सही हैं? जवाब: यात्रा के दौरान बैग्स हिलते-डुलते हैं। खुले बैग्स से चीजें गिरने या चोरी होने का जोखिम ज्यादा होता है। एयरपोर्ट सिक्योरिटी में भी खुला बैग परेशानी का कारण बन सकता है। बेहतर विकल्प: जिप क्लोजर वाले बैकपैक या एंटी-थेफ्ट स्लिंग बैग्स लेकर जाएं। ……………… ये खबर भी पढ़िए जरूरत की खबर- आपके वॉल पेंट में लेड तो नहीं: इस दिवाली घर पेंट कराते हुए रहें सावधान, मानक से ज्यादा लेड है खतरनाक दिवाली से पहले लोग घर की साफ-सफाई और पेंटिंग करते हैं। सबका ध्यान इस बात पर होता है कि घर चमकदार और खूबसूरत दिखे। लेकिन इस चमक के पीछे एक बड़ा खतरा भी हो सकता है। पूरी खबर पढ़िए...