जगदलपुर के चितापदर गांव में सुबाय बघेल और उनके बेटे वीरेंद्र बघेल ने 18 साल बाद ईसाई धर्म छोड़कर अपने मूल सनातन धर्म में वापसी की। कचरा पाठी परगना संगठन की प्रेरणा से हुए इस संस्कार में मंत्रोच्चार और पूजा-अर्चना के साथ समाज ने मां-बेटे का स्वागत किया।