सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान वकील राजेश किशोर ने मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई पर जूता फेंका। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर रिहा कर दिया, क्योंकि सीजेआई ने केस दर्ज नहीं कराया। किशोर ने कहा कि सीजेआई की भगवान विष्णु पर टिप्पणी से उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुईं और यह उनकी प्रतिक्रिया थी।