आप BJP के नहीं देश के पीएम... दार्जिलिंग को लेकर PM मोदी पर भड़कीं ममता दीदी

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Written by:संतोष कुमारLast Updated:October 07, 2025, 08:08 ISTइम्पैक्ट शॉर्ट्ससबसे बड़ी खबरों तक पहुंचने का आपका शॉर्टकटगूगल पर News18 चुनेंममता बनर्जी ने दार्जिलिंग में हिंसा को लेकर पीएम मोदी को जवाब दिया है.PM Modi vs Mamata Banerjee: दार्जिलिंग में आई आपदा और उसके बाद के हालात को लेकर पश्चिम बंगाल और केंद्र सरकार के बीच तू-तू, मैं-मैं जैसी स्थिति बन गई है. इस घटना के बाद मौके पर पहुंचे भाजपा सांसद खगेन मुर्मू और विधायक शंकर घोष पर हुए हमले की पीएम ने निंदा की और कहा कि राज्य की सत्ताधारी पार्टी को हिंसा करने के बजाय राहत और बचाव कार्यों पर ध्यान देना चाहिए. पीएम ने कहा कि जिस तरह से हमारी पार्टी के सांसद-विधायक और नेताओं पर हमले हो रहे हैं उससे टीएमसी की असंवेदनशीलता का पता चलता है. उनकी इस टिप्पणी पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भड़क गई हैं. उन्होंने एक्स पर एक लंबा पोस्ट लिखकर इसका जवाब दिया है. साथ ही उन्होंने कहा कि पीएम मोदी केवल भाजपा के नहीं बल्कि पूरे देश के प्रधानमंत्री हैं और उनको एक निर्वाचित राज्य सरकार से बात करनी चाहिए, न कि केवल अपनी पार्टी के नेताओं से.ममता ने अपने पोस्ट में लिखा- यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और गहरी चिंता का विषय है कि भारत के प्रधानमंत्री ने एक प्राकृतिक आपदा को लेकर उचित जांच के बिना ही इसे राजनीतिक मुद्दा बना दिया, जबकि उत्तर बंगाल के लोग बाढ़ और भूस्खलन के विनाशकारी प्रभावों से जूझ रहे हैं. जब पूरा स्थानीय प्रशासन और पुलिस राहत और बचाव कार्यों में जुटा है, तब बीजेपी के नेता बिना स्थानीय पुलिस और प्रशासन को जानकारी दिए केंद्रीय सुरक्षा बलों के कवर में बड़ी गाड़ियों का काफिला लेकर प्रभावित इलाकों में गए. उन पर हमले हुए. ऐसे में राज्य प्रशासन, स्थानीय पुलिस या तृणमूल कांग्रेस को इस घटना के लिए कैसे दोषी ठहराया जा सकता है?प्रधानमंत्री ने तृणमूल कांग्रेस और पश्चिम बंगाल सरकार को बिना किसी प्रमाण, कानूनी जांच या प्रशासनिक रिपोर्ट के सीधे तौर पर दोषी ठहराया है. यह न केवल राजनीतिक रूप से निम्न स्तर है, बल्कि उस संवैधानिक भावना का भी उल्लंघन है जिसकी रक्षा करने की शपथ प्रधानमंत्री ने ली है. किसी भी लोकतंत्र में कानून को अपना मार्ग स्वयं तय करना होता है और केवल उचित प्रक्रिया ही जिम्मेदारी तय कर सकती है– न कि राजनीतिक मंच से एक ट्वीट.भाजपा विधायक पर हमलायह घटना एक ऐसे निर्वाचन क्षेत्र में हुई है, जहां जनता ने खुद बीजेपी के विधायक को चुना है. फिर भी प्रधानमंत्री इस घटना को तृणमूल कांग्रेस की कथित मजबूती का प्रमाण बताकर आरोप मढ़ते हैं. ऐसी बिना पुष्टि किए हुए सामान्यीकरण न केवल अपरिपक्व हैं, बल्कि देश के सर्वोच्च पद के लिए भी अनुचित हैं.प्रधानमंत्री जो मणिपुर की जातीय हिंसा के 964 दिन बाद वहां गए थे, उनके बंगाल के लिए अचानक दिख रहे इस चिंता को सहानुभूति से ज्यादा राजनीतिक अवसरवादिता माना जा रहा है. हां, हम सब हिंसा की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं. लेकिन यह वक्त राजनीतिक दंभ दिखाने का नहीं, बल्कि मदद और उपचार का है.यह भी स्पष्ट है कि बीजेपी चुनावों से पहले लोगों को ध्रुवीकरण करने के लिए थका हुआ उत्तर बंगाल बनाम दक्षिण बंगाल का नारा दोहरा रही है. स्पष्ट हो लें- बंगाल एक है – भावनात्मक, सांस्कृतिक और राजनीतिक रूप से. मैं प्रधानमंत्री से आग्रह करता हूं- केवल अपनी पार्टी के सहयोगियों की न सुनें, बल्कि निर्वाचित राज्य सरकार की भी सुनें. आप केवल बीजेपी के प्रधानमंत्री नहीं, बल्कि पूरे भारत के प्रधानमंत्री हैं. आपकी जिम्मेदारी देश का निर्माण करना है, न कि राजनीतिक कथानक बनाना.About the Authorसंतोष कुमारन्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...और पढ़ेंन्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स... और पढ़ेंन्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।homenationआप BJP के नहीं देश के पीएम... दार्जिलिंग को लेकर PM मोदी पर भड़कीं ममता दीदीऔर पढ़ें