मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई की अध्यक्षता वाली पीठ ने इसे गंभीर मामला बताते हुए शुक्रवार को सुनवाई तय की। याचिकाकर्ता अधिवक्ता विशाल तिवारी ने अदालत से इन घटनाओं की निगरानी में राष्ट्रीय स्तर पर जांच और दवा सुरक्षा तंत्र में सुधार की मांग की है।