दिल्ली एनसीआर में नेपाली नौकरों के भेष में लुटेरी गैंग चला रहा कुख्यात बदमाश भीम जोरा न केवल चोरी, लूट और डकैती करता था। बल्कि टारगेट के विरोध करने पर वो मर्डर करने से भी पीछे नहीं हटता था। मई 2024 में दिल्ली के पॉश इलाके जंगपुरा में उसने फिजिशियन डॉ. योगेश चंद्र पॉल की गला दबाकर हत्या कर दी थी। इसके बाद जुलाई 2024 में गुरुग्राम के सिविल लाइन थाने में एक प्रॉपर्टी डीलर के घर बड़ी चोरी की, जिसके बाद से ये क्राइम ब्रांच के निशाने पर आ गया। बीते रविवार को गुरुग्राम में भाजपा महरौली जिला उपाध्यक्ष ममता भारद्वाज के घर भी इसने चोरी की थी। फिर इसके बाद पुलिस इसके पीछे लग गई। मंगलवार को भीम जोरा का एनकाउंटर कर दिया गया। जिसमें वो ढेर हो गया। जानिए कौन था भीम जोराभीम बहादुर जोरा नेपाल के बाजुरा जिले का रहने वाला था। अपराध की दुनिया में कूदकर पैसा कमाने के इरादे से जोरा भारत आ गया। यहां उसने फर्जी आधार कार्ड बनवाए और उन्हें दिखाकर अमीर घरों में नौकरी करने लगा। इसके बाद मौका मिलते ही वो घर के सदस्यों को नशीली दवाइयां देकर बेहोश कर देता या बंधक बना लेता था। फिर कीमती सामान लेकर नेपाल फरार हो जाता। उसने अपने गांव से दूसरे युवाओं को भी इस काम में लगाना शुरू कर दिया। उसने दिल्ली, गुड़गांव के अलावा सूरत, कर्नाटक और गाजियाबाद में भी लूट की वारदातों को अंजाम दिया था। अब समझिए भीम जोरा के क्राइम का स्टाइल सिलसिलेवार ढंग से जानिए कैसे हुई जोरा से पुलिस की मुठभेड़... अब जानिए पुलिस को क्यों थी जोरा की तलाश... दो दिन पहले साथी को किया था गिरफ्तार गुरुग्राम पुलिस ने दो दिन पहले ही जोरा के साथ युवराज थापा निवासी नेपाल को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पता चला था कि जुलाई में सिविल लाइन थाने के अंतर्गत साढ़े 3 लाख की चोरी जोरा ने ही करवाई थी।