उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज नई दिल्ली में PHD चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के 120वें वार्षिक सत्र में सम्मिलित हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को मैन्युफैक्चरिंग और इनोवेशन का नया हब बनाया जाएगा। राज्य सरकार ‘यू-हब’ और ₹200 करोड़ के वेंचर फंड के जरिए युवाओं को स्टार्टअप के लिए वित्तीय और तकनीकी मदद देगी। सीएम ने बताया कि किच्छा में 1000 एकड़ में स्मार्ट इंडस्ट्रियल टाउनशिप की दिशा में तेजी से काम चल रहा है। वहीं रुद्रपुर, सेलाकुई और हरिद्वार में MSME उद्यमियों के लिए ‘प्लग एंड प्ले’ फ्लैटेड फैक्ट्रियां तैयार की जा रही हैं, ताकि उद्योग तुरंत शुरू किए जा सकें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य निवेश, रोजगार और आत्मनिर्भरता के नए अवसर पैदा करना है। कार्यक्रम में CM ने कहीं 5 बड़ी बातें... 1. उत्तराखंड को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने की तैयारी: मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि अब राज्य को स्टार्टअप और मैन्युफैक्चरिंग दोनों क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल किया जाएगा। इसके लिए सरकार निवेशकों को जमीन, बिजली और लॉजिस्टिक की सुविधा दे रही है। उन्होंने कहा कि किच्छा में 1000 एकड़ में बनने वाली स्मार्ट इंडस्ट्रियल टाउनशिप राज्य को औद्योगिक मानचित्र पर नई पहचान देगी। 2. निवेशकों के लिए आसान अनुमतियां: धामी ने बताया कि अब उद्योग लगाने के लिए सभी मंजूरियां सिंगल विंडो सिस्टम से ऑनलाइन होंगी। इससे निवेशकों को विभागों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे और समय की बचत होगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने 260 से अधिक सेवाओं को पूरी तरह ऑनलाइन कर पारदर्शिता और गति दोनों सुनिश्चित की हैं। 3. युवाओं के लिए स्किल और इनोवेशन सेंटर: सीएम ने कहा कि राज्य के हर जिले में स्किल हब और इनोवेशन सेंटर स्थापित किए जाएंगे। यहां युवाओं को स्थानीय उद्योगों से जुड़ा प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे नौकरी मांगने वाले नहीं बल्कि नौकरी देने वाले बनें। इसके साथ ही स्टार्टअपस को प्रोत्साहन देने के लिए यू-हब और ₹200 करोड़ का वेंचर फंड भी बनाया गया है। 4. नई औद्योगिक नीति से निवेश बढ़ा: धामी ने बताया कि नई औद्योगिक नीति लागू होने के बाद राज्य में निवेश का माहौल और मजबूत हुआ है। 50 से अधिक कंपनियों ने निवेश की इच्छा जताई है और कई परियोजनाएं धरातल पर उतर चुकी हैं। उन्होंने कहा कि सरकार पारदर्शिता और सुविधा के साथ निवेशकों को हर संभव सहयोग दे रही है। 5. पर्यावरण के साथ विकास की दिशा: मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक विस्तार के साथ पर्यावरणीय संतुलन पर भी पूरा ध्यान दिया जा रहा है। राज्य में ग्रीन एनर्जी, जीरो वेस्ट और इको-फ्रेंडली इंडस्ट्रियल पार्क पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड का विकास प्रकृति और पर्यावरण के साथ तालमेल में होगा।