परिजनों ने जैसे किसी की मौत होने पर अंतिम संस्कार किया जाता है, वैसे ही एक केले के पेड़ को बेटी का प्रतीक मानकर 'शव' बनाया। उसे नई साड़ी पहनाई, शव की तरह सजाया और पूरे गांव में घुमा दिया।