दुनिया की बड़ी-बड़ी कंपनियों ने प्रोडक्टिविटी बढ़ाने के लिए AI का यूज करना शुरू कर दिया है. अब मेटा इस आधार पर अपने कर्मचारियों का अप्रैजल करेगी कि कोई AI का कितना यूज करता है. अगर कोई कर्मचारी एआई का यूज नहीं करता पाया गया तो उसका अप्रैजल नहीं किया जाएगा. इसके लिए कंपनी अपने इवेल्यूशन प्रोग्राम को बदलने जा रही है. मेटा के अलावा कई दूसरी कंपनियां भी ऐसा कर चुकी हैं. अगले साल बदल जाएगा नियममेटा इस साल कर्मचारियों के अप्रैजल के लिए एआई के यूज को नहीं देखेगी, लेकिन अगले साल से इस पर पूरा जोर दिया जाएगा. कंपनी अपने वर्कप्लेस कल्चर में एआई को इंटीग्रेट करने के साथ-साथ कर्मचारियों को भी एआई टूल्स का यूज करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है. कंपनी चाहती है कि कर्मचारी रिजल्ट डिलीवर करने के लिए एआई का भरपूर यूज करें. मेटा में हेड ऑफ पीपल जेनेल गाले ने कहा कि जो कर्मचारी एआई का खूब यूज करेंगे, उन्हें रिवॉर्ड दिया जाएगा. कंपनी में एआई से होने लगे हैं कई काममेटा ने हायरिंग समेत कई कामों में पहले ही एआई टूल्स का यूज करना शुरू कर दिया है. अब कोडिंग इंटरव्यू देने वाले कैंडिडेट भी एआई यूज कर सकते हैं. इसके अलावा मेटा नया एआई परफॉर्मेंस असिस्टेंट लाने वाली है, जो कर्मचारियों की रिव्यू और फीडबैक लिखने में हेल्प करेगा. इसकी मदद से कर्मचारी यह बता सकेंगे कि वो अपने काम में एआई का यूज कर बेहतर रिजल्ट दे पा रहे हैं.बाकी कंपनियां ने भी अपनाई यह प्लानिंगएआई और उसके यूज पर जोर देने वाली मेटा अकेली कंपनी नहीं है. मेटा की तरह गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और अमेजन ने भी अपने कर्मचारियों को डेली टास्क पूरे करने के लिए एआई का यूज करने को कहा है. माइक्रोसॉफ्ट में एआई टूल्स का यूज करना जरूरी है. इसी तरह सुंदर पिचई भी कह चुके हैं कि लीडरशिप रोल के लिए एआई की जानकारी होना जरूरी है.ये भी पढ़ें-Google Pixel 9 की कीमत में भारी कटौती, यहां मिल रहा 25000 रुपये सस्ता, खरीदने का शानदार मौका