पाकिस्तान के लाहौर हाईकोर्ट ने भारत के पंजाब की रहने वाली सरबजीत कौर और उनके पाकिस्तानी पति नासिर हुसैन को पुलिस की दखलअंदाजी से सुरक्षा दी है। दंपती ने याचिका दायर कर आरोप लगाया था कि स्थानीय पुलिस उन पर अपनी शादी खत्म करने का दबाव बना रही है। 3 नवंबर को गुरु नानक देव जी के जन्म उत्सव में शामिल होने भारत से गए करीब 2,000 श्रद्धालुओं के जत्थे में 38 वर्षीय सरबजीत कौर भी शामिल थीं। वे पंजाब के कपूरथला की रहने वाली और दो बच्चों की तलाकशुदा मां हैं। 4 नवंबर को कौर ननकाना साहिब जाने वाले समूह से अलग होकर लाहौर के पास शेखूपुरा पहुंचीं। यहां उन्होंने नासिर हुसैन से मुस्लिम रीति-रिवाजों के अनुसार निकाह किया। निकाह से पहले उनका नाम बदलकर नूर रखा गया। मामला तब सामने आया जब 13 नवंबर को जत्था भारत लौटा और कौर लापता पाई गईं। याचिका में कौर और हुसैन ने दावा किया कि पुलिस ने शेखूपुरा स्थित उनके घर पर गैरकानूनी तरीके से छापा मारा और लगातार दबाव बना रही है। कौर ने कहा कि उन्होंने वीजा बढ़वाने और पाकिस्तानी नागरिकता प्रक्रिया के लिए इस्लामाबाद स्थित भारतीय हाई कमीशन से संपर्क किया है। जस्टिस फारूक हैदर ने सुनवाई के दौरान पुलिस को आदेश दिया कि वे दंपती को परेशान न करें और किसी भी तरह का अनावश्यक दबाव न बनाएं। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में सरबजीत कौर कहती दिख रही हैं कि वे नासिर हुसैन को 9 साल से फेसबुक के माध्यम से जानती थीं और अपनी इच्छा से पाकिस्तान आकर शादी की है। इधर भारत में पंजाब सरकार ने सरबजीत कौर के जत्थे से गायब होने और पाकिस्तान में रुकने के मामले की जांच शुरू कर दी है। अंतरराष्ट्रीय घटनाओं से जुड़ी अन्य बड़ी खबरें... ट्रम्प ने सऊदी अरब को नॉन-NATO एलाय का दर्जा दिया, सिर्फ 20 देशों के पास यह दर्जा अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने सऊदी अरब को अमेरिका की तरफ से ‘मेजर नॉन-NATO एलाय’ का दर्जा देने का ऐलान किया। यह ऐलान उस वक्त किया गया जब सऊदी प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (MBS) अमेरिकी दौरे पर पहुंचे हैं। ट्रम्प ने कहा- मैं यह बताते हुए खुशी महसूस कर रहा हूं कि हम अपने सैन्य सहयोग को एक नए लेवल पर ले जा रहे हैं। हम सऊदी अरब को औपचारिक रूप से ‘मेजर नॉन-NATO एलाय’ घोषित कर रहे हैं। यह उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। अमेरिका इसके तहत सऊदी अरब के साथ सैन्य सहयोग बढ़ाएगा, खुफिया जानकारी शेयर करेगा और रक्षा तकनीक और हथियारों तक आसान पहुंच देगा। यह कोई औपचारिक संधि (ट्रीटी) नहीं है और इसे जरूरत पड़ने पर वापस भी लिया जा सकता है। दुनिया में अभी सिर्फ 20 देशों को ही यह मान्यता मिली है। ऑस्ट्रेलिया में सड़क हादसे में भारतीय महिला की मौत, 8 महीने की प्रेग्नेंट थीं ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में एक सड़क हादसे में 33 साल भारतीय महिला समन्विता धरेश्वर की मौत हो गई। समन्विता 8 महीने की प्रेग्नेंट थीं। वह अपने पति और 3 साल के बेटे के साथ शाम को टहल रही थीं, तभी यह हादसा हुआ। पुलिस के मुताबिक, समन्विता पार कर रहीं थीं। इसी दौरान एक किया कार ने उन्हें रास्ता देने के लिए अपनी स्पीड धीमी की, लेकिन पीछे से तेज रफ्तार में आ रही BMW ने Kia को जोर से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि Kia आगे की ओर उछल गई और सीधे समन्विता से टकरा गई। हादसे के बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर उन्हें और उनके अजन्मे बच्चे को बचा नहीं सके। BMW चलाने वाला लड़का सिर्फ 19 साल का था और अभी प्रोविजनल लाइसेंस पर ड्राइव कर रहा था। हादसे के बाद पुलिस ने उसे उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। उस पर खतरनाक और लापरवाही से गाड़ी चलाकर मौत का कारण बनने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं। अदालत ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उसे जमानत देने से भी इनकार कर दिया। इस मामले में न्यू साउथ वेल्स में लागू जियोस कानून का इस्तेमाल किया जाएगा, जिसके तहत अगर किसी दुर्घटना में अजन्मे बच्चे की मौत होती है, तो दोषी को अतिरिक्त सजा मिल सकती है। समन्विता पेशे से IT सिस्टम एनालिस्ट थीं और एक कंपनी में टेस्ट एनालिस्ट के रूप में काम करती थीं। ट्रम्प फिर बोले- मैंने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष रोका अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को फिर दोहराया कि उन्होंने ही भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष रोका था। ट्रम्प ने यह बयान व्हाइट हाउस में सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ हुई द्विपक्षीय बैठक के दौरान दिया। ट्रम्प ने बैठक में कहा कि उन्होंने पहले भी यह बात बताई है कि उनके हस्तक्षेप की वजह से दोनों देशों के बीच बड़ा संघर्ष टल गया था। अमेरिकी राष्ट्रपति अब तक 40 से ज्यादा बार यह दावा कर चुके हैं कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष रोका था। हालांकि भारत क्लियर कर चुका है कि सीजफायर में तीसरे देश का कोई रोल नहीं था, भारत और पाकिस्तान के अधिकारियों की आपसी बातचीत के बाद सीजफायर हुआ था। जर्नलिस्ट खशोगी हत्याकांड में सऊदी प्रिंस को ट्रम्प की क्लीनचिट:अमेरिकी एजेंसी की रिपोर्ट को ही खारिज किया, कहा- ऐसी चीजें होती रहती हैं अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने वॉशिंगटन पोस्ट के पत्रकार जमाल खशोगी हत्याकांड में सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (MBS) को क्लीनचिट दी है। उन्होंने मंगलवार देर रात व्हाइट हाउस में MBS के साथ मीडिया से बात करते हुए कहा कि क्राउन प्रिंस को इस मामले की कोई जानकारी नहीं थी। ट्रम्प ने कहा- खशोगी बहुत विवादित व्यक्ति थे। इस मुद्दे को उठाकर मेहमान को शर्मिंदा क्यों किया जा रहा है। ऐसी चीजें होती रहती हैं। खशोगी की 2018 में इस्तांबुल में सऊदी एंबेसी के अंदर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद प्रिंस सलमान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था। अमेरिकी सीक्रेट एजेंसियों की रिपोर्ट में कहा गया था कि प्रिंस सलमान ने ही खशोगी की हत्या को मंजूरी दी थी। यहां पढ़ें पूरी खबर...