सुकमा के पूवर्ती गांव से निकलकर शीर्ष माओवादी लीडर बने हिड़मा की मौत की खबर के बाद इलाके में एक सन्नाटा छा गया। पहले लोग शव की तस्वीर देखकर पहचान नहीं पाए। हिड़मा की मां तस्वीर देखकर भावुक हो गई। उन्होंने कुछ दिन पहले ही आत्मसमर्पण करने की अपील की थी।