सुपर्ण एस. वर्मा का साक्षात्कार | 'हक़' फ़िल्म | जासूस से फ़िल्म निर्माता तक | निर्देशक का दृष्टिकोण और बहुत कुछ

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Ent Live को दिए interview में Film director Suparn S Varma  reviews के positive और negative होने के matter पर बोले की उनके पास इतना budget नहीं है की वो reviews के लिए spend करें।Suparn ने कहा कि वो critic रहे हैं और उनकी sister भी critic रहीं हैं उनकी पूरी family journalism से जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि एक honesty हर critic में होती है अगर film अच्छी है तो वो कहेगा की अच्छी है अगर बुरी है तो कभी straight forwardly बुरी कहेगा या उसे balance करते हुए बता देगा but end of the day आपको judgement aurdience से ही पता लगता है। हमने इतना emotional outcome aurdience से expect नहीं किया था हम एक normal theatre visit पर गए थे और जब ये सब Yami ने देखा तो वो भी काफी emotional हो गईं और उन्हें time लगा to collect herself. और ये सिर्फ एक particular religion के लिए नहीं है हर religion में लगभग सेम conditions है ladies तब भी mens world में survive कर रहीं थीं आज भी कर रहीं हैं।suparn ने कहा की वो Yami और Emraan बहुत thanks करते हैं aurdience का film को इतना support करने के लिए.