महायुति में विवाद की अटकलों को राज्य कैबिनेट की बैठक में तब और बल मिला, जब शिवसेना शिंदे गुट के सभी मंत्रियों ने इस बैठक से किनारा कर लिया था। केवल शिंदे इस बैठक में शामिल हुए थे।