साइबर पुलिस के रिकॉर्ड बताते हैं कि ज्यादातर मामलों में अपराधी खुद को एनआरआई, डॉक्टर, इंजीनियर या किसी बड़ी कंपनी में काम करने वाला बताकर संपर्क करते हैं। वीडियो कॉल कम करते हैं, लेकिन चैट पर भावनात्मक तरीके से नजदीकियां बढ़ाते हैं। इसके बाद वो महिलाओं को अपने झांसे में लेकर उनसे रुपये ठग लेते हैं।