शारदीय नवरात्रि का दूसरा दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा-अर्चना को समर्पित है। मां तप, संयम और त्याग की प्रतीक हैं। भक्त दूध, खीर और मिश्री का भोग लगाते हैं। नीला, हरा और सफेद रंग शुभ माना जाता है। आरती, मंत्र और व्रत कथा से साधक को ज्ञान और वैराग्य की प्राप्ति होती है।