दिल्ली विश्वविद्यालय और हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में संघ और भाजपा से जुड़े एबीवीपी ने जिस तरह परचम लहराया है, उसके कई मायने हैं. विपक्षी नेता और उनके समर्थक भारत के gen-z यानी युवाओं के दिल में नेपाल जैसा क्रांति भड़कने की उम्मीद कर रहे थे. पर छात्रसंघ चुनावों में जो रुझान आए हैं, वह NSUI और वाम दलों के छात्र संगठनों का दिल तोड़ने वाले हैं.