ब्रिटेन अपने नए इमिग्रेशन कानून और फ्रांस के साथ हुए समझौते के तहत पहली बार एक अवैध भारतीय अप्रवासी को वापस भारत भेजेगा। ब्रिटेन के गृह मंत्रालय ने बताया कि यह इंसान अगस्त में छोटी बोट से इंग्लिश चैनल पार करके गैरकानूनी तरीके से ब्रिटेन आया था। ब्रिटेन की होम सेक्रेटरी शबाना महमूद ने इसे अवैध अप्रवासियों को रोकने का बड़ा कदम बताया। उन्होंने कहा- यह हमारी सीमाओं को सुरक्षित करने की शुरुआत है। जो लोग गैरकानूनी तरीके से आएंगे, उन्हें वापस भेजा जाएगा। ब्रिटिश सरकार इस इंसान को भारत वापस जाने के लिए पैसे देगी। अगर वह मर्जी से नहीं गया, तो उसे जबरन वापस भेजा जा सकता है। वह ब्रिटेन में शरण नहीं मांग सकता है। यह कार्रवाई ऐसे समय की गई है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने दो दिन पहले ही कहा था कि ब्रिटिश सरकार सेना लगाकर अवैध अप्रवासियों को रोके। UK-फ्रांस ने वन-इन, वन-आउट समझौता किया ब्रिटेन और फ्रांस ने मिलकर एक नया समझौता किया है, जिसे "वन-इन, वन-आउट" कहते हैं। यह नियम 6 अगस्त 2025 से शुरू हुआ और जून 2026 तक चलेगा। इसका मकसद है कि लोग गैरकानूनी तरीके से छोटी नावों में इंग्लिश चैनल पार करके ब्रिटेन न आएं। दो दिन पहले ट्रम्प बोले- ब्रिटेन सेना लगाकर अवैध प्रवासियों को रोके अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने दो दिन पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर से कहा था कि अवैध प्रवासियों को रोकने के लिए सेना का इस्तेमाल करना पड़े तो करो। लंदन में गुरुवार को जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रम्प ने कहा था कि अवैध लोग देश को अंदर से बर्बाद करते हैं। ट्रम्प ने अपनी पॉलिसी का उदाहरण देते हुए कहा था कि अमेरिका में पहले लाखों लोग अवैध रूप से घुस रहे थे, लेकिन उनकी नीतियों ने इसे रोक दिया। ट्रम्प ने दावा किया कि पिछले तीन महीनों में एक भी इंसान अवैध तौर पर अमेरिका में नहीं घुसा, जबकि पहले लाखों लोग आ रहे थे। ट्रम्प ने स्टार्मर से कहा- आपका हाल भी ऐसा ही है। लोग आपके देश में घुस रहे हैं। मैंने पीएम से कहा कि इसे रोका जा सकता है। चाहे सेना बुलानी पड़े या कोई और तरीका अपनाना पड़े, यह करना जरूरी है। उन्होंने आगे कहा कि हमने अमेरिका में आए कई लोगों को वापस भेजना शुरू कर दिया है। ट्रम्प ने सुझाव दिया कि स्टार्मर को सख्त कदम उठाने चाहिए। लंदन में अवैध-अप्रवासी मुद्दे पर 1 लाख लोगों ने प्रदर्शन किया था ब्रिटेन में अवैध अप्रवासियों की बढ़ती आबादी के खिलाफ शनिवार को लंदन में प्रदर्शन हुआ था। इसमें 1 लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए थे। इस प्रोटेस्ट को 'यूनाइट द किंगडम' नाम दिया गया, जिसे एंटी-इमिग्रेशन नेता टॉमी रॉबिन्सन ने लीड किया था। इस प्रदर्शन में टेस्ला मालिक इलॉन मस्क वीडियो के जरिए शामिल हुए थे। मीडिया चैनल 'द इंडिपेंडेंट' के मुताबिक उन्होंने टॉमी रॉबिन्सन से बात की थी। मस्क ने कहा था, 'हिंसा तुम्हारे पास आ रही है। या तो लड़ो या मरो।' मस्क ने ब्रिटेन में संसद भंग करने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि सरकार बदलनी होगी। यहां पढ़ें पूरी खबर...