PAK डिप्टी-PM ने सीजफायर पर ट्रम्प का दावा खारिज किया:इशाक डार बोले– भारत ने कभी भी तीसरे देश की मध्यस्थता स्वीकार नहीं की

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पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने भारत-पाकिस्तान जंग रुकवाने का डोनाल्ड ट्रम्प का दावा खारिज कर दिया। मंगलवार को कतर में अलजजीरा से बातचीत में उन्होंने पहली बार माना है कि भारत ने कभी भी दोनों देशों के बीच किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता स्वीकार नहीं की उनसे जब पूछा गया कि क्या आप तीसरे पक्ष की भागीदारी के लिए तैयार थे? इस पर इशाक डार ने कहा कि हमें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन भारत ने साफ तौर पर कहा है कि यह एक द्विपक्षीय मुद्दा है। इशाक डार ने कहा कि हम किसी से भी बातचीत के लिए तैयार हैं। हम शांतिप्रिय देश हैं और मानते हैं कि बातचीत ही आगे बढ़ने का रास्ता है, लेकिन इसके लिए दोनों पक्षों की भागीदारी जरूरी है। डार बोले- बातचीत ही आगे बढ़ने का रास्ता डार ने कहा कि जब पाकिस्तान ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो के सामने सीजफायर का मामला उठाया तो अमेरिकी विदेश मंत्री ने साफ कर दिया कि भारत हमेशा से यही कहता आया है कि पाकिस्तान के साथ सभी मुद्दे पूरी तरह से द्विपक्षीय हैं। डार ने आगे कहा कि अमेरिका ने मई में सीजफायर का प्रस्ताव दिया था और यह भी कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत किसी तटस्थ जगह पर हो सकती है। लेकिन 25 जुलाई को वॉशिंगटन में रूबियो के साथ हुई अगली बैठक में उन्हें बताया गया कि भारत इस प्रस्ताव पर सहमत नहीं है। डार ने कहा- भारत का कहना है कि यह एक द्विपक्षीय मुद्दा है। हम किसी चीज की भीख नहीं मांग रहे हैं। हम एक शांतिप्रिय देश हैं और हमारा मानना है कि बातचीत ही आगे बढ़ने का रास्ता है। लेकिन बातचीत के लिए दो लोगों की जरूरत होती है। डार ने यह भी कहा कि अगर भारत जवाब देता है तो पाकिस्तान अभी भी बातचीत के लिए तैयार है। बीजेपी नेता बोले- राहुल गांधी ध्यान से सुनो,​ झूठ फैलाना बंद करो बीजेपी नेता अमित मालवीय ने इशाक डार का बयान शेयर करते हुए लिखा कि भारत-पाकिस्तान सीजफायर में कोई तीसरे पक्ष की मध्यस्थता नहीं थी। उन्होंने लिखा- राहुल गांधी, ध्यान से सुनिए पाकिस्तान के अपने विदेश मंत्री इशाक डार ने अल-जजीरा से कहा कि भारत ने किसी भी तीसरे पक्ष की युद्ध विराम मध्यस्थता को अस्वीकार कर दिया है। झूठ फैलाना बंद करो। पाकिस्तान का दुष्प्रचार दोहराना बंद करो। ट्रम्प 30 से ज्यादा बार सीजफायर क्रेडिट ले चुके हैं 22 अप्रैल को कुछ आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला किया किया था। इस हमले में 26 लोगों मारे गए थे। इसके 15 दिन बाद यानी 7 मई को भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान में कई आतंकी ठिकानों को निशाना बयान था। दोनों देशों के बीच 4 दिन तक संघर्ष चला था, जिसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने 10 मई को सबसे पहले दोनों देशों के बीच सीजफायर की जानकारी दी थी। इसके बाद वो करीब 30 से ज्यादा बार दोनों देशों में सीजफायर कराने का क्रेडिट ले चुके हैं। हालांकि भारत साफ तौर पर कह चुका है कि दोनों देशों के बीच सीजफायर आपसी बातचीत से हुआ है, इसमें किसी तीसरे पक्ष का कोई रोल नहीं है।