डाॅक्टरों के अनुसार, मरीज की स्थिति चुनौतीपूर्ण थी। उसके दिल में एक अतिरिक्त नस थी, जिसे किसी भी हालत में बंद नहीं होना चाहिए था। इसके लिए डाॅक्टरों ने खास स्टेंट का इस्तेमाल किया। इस स्टेंट का एक हिस्सा ढका हुआ और दूसरा खुला होता है।