राष्ट्रपति ट्रंप के फैसले के कई घंटे बाद व्हाइट हाउस ने साफ किया कि कंपिनयों को अमेरिका में फिर से दाखिल होने पर अपने H-1B वीजा होल्डर्स के लिए बढ़ी हुई फीस देने की जरूरत नहीं होगी. इसके बाद अमेरिका से बाहर फंसे भारतीयों को राहत मिली. लेकिन तब तक काफी नुकसान हो चुका था.