हाइब्रिड म्यूचुअल फंड्स में इक्विटी ग्रोथ और डेट सुरक्षा मिलती है. SEBI ने इन्हें सात कैटेगरी में बांटा है, टैक्सेशन इक्विटी हिस्से पर निर्भर करता है, निवेशकों के लिए विविध विकल्प हैं.