जरूरत की खबर- नवरात्रि व्रत के दौरान होती थकान-कमजोरी:हो सकती हैं ये 5 वजह, न्यूट्रिशनिस्ट से जानें हेल्दी फास्टिंग के टिप्स

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नवरात्रि का पर्व आते ही घर-घर में उत्साह का माहौल छा जाता है। नौ दिनों तक मां दुर्गा की आराधना, गरबा-डांडिया की धूम और व्रत रखने की परंपरा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, व्रत से शरीर की शुद्धि होती है, मन में सकारात्मक ऊर्जा आती है और आत्मिक शांति मिलती है। लेकिन कई लोग शिकायत करते हैं कि व्रत के दूसरे-तीसरे दिन से ही थकान, चक्कर आना, सिरदर्द या कमजोरी जैसी समस्याएं शुरू हो जाती हैं। अगर व्रत शरीर को डिटॉक्स करने और तरोताजा बनाने के लिए रखा जाता है, तो ये परेशानियां क्यों आती हैं? डॉक्टरों का कहना है कि इसके पीछे हमारी रोजमर्रा की छोटी-छोटी आदतें और गलतियां जिम्मेदार होती हैं। जैसे, गलत खान-पान चुनना, पानी की कमी या नींद न पूरी करना। अगर इन पर ध्यान दिया जाए तो व्रत न सिर्फ आसान हो जाता है, बल्कि शरीर को असली फायदा भी पहुंचता है। आज ‘जरूरत की खबर’ में हम डॉक्टर से जानेंगे कि नवरात्रि व्रत में थकान और कमजोरी की मुख्य वजह क्या हैं और कैसे इन्हें दूर किया जा सकता है। ये टिप्स आपके लिए जैसे एक दोस्त की सलाह हैं, जो व्रत को मजेदार और हेल्दी बनाएंगे। एक्सपर्ट: शिल्पी गोयल, डाइटीशियन और न्यूट्रिशनिस्ट, छत्तीसगढ़ सवाल- नवरात्रि व्रत क्या है और इसका महत्व क्यों है? जवाब- नवरात्रि व्रत नौ दिनों तक चलने वाली एक धार्मिक प्रथा है, जिसमें लोग अनाज, नमक और कुछ सब्जियां छोड़कर फलाहार करते हैं। इसका महत्व सिर्फ पूजा-पाठ तक सीमित नहीं है। वैज्ञानिक रूप से यह शरीर को डिटॉक्स करने, पाचन तंत्र को आराम देने और इम्यूनिटी बढ़ाने का तरीका है। अगर सही तरीके से व्रत न रखा जाए तो थकान जैसी कई दिक्कतें हो सकती हैं। सवाल- व्रत के दौरान थकान और कमजोरी क्यों महसूस होती है? जवाब- व्रत में शरीर को रोजाना की तरह कैलोरी और पोषक तत्व नहीं मिलते, जिससे ब्लड शुगर लेवल गिर सकता है। इससे चक्कर, सिरदर्द या थकान होती है। इसके अलावा, डिहाइड्रेशन, इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन या नींद की कमी भी वजह बनती है। एक रिसर्च के अनुसार, लंबे समय तक फास्टिंग से आयरन और प्रोटीन की कमी हो सकती है, जो कमजोरी बढ़ाती है। अगर आप पहले से एनीमिया के शिकार हैं तो यह दिक्कत और बढ़ जाती है। लेकिन अच्छी बात ये है कि छोटी सावधानियां अपनाकर इसे रोका जा सकता है। जैसे, मेरी एक पेशेंट थीं जो हर साल व्रत में कमजोर हो जाती थीं, लेकिन डाइट में बदलाव से अब वे पूरे नौ दिन एनर्जेटिक रहती हैं। सवाल- क्या व्रत में थकान सामान्य है या चिंता की बात? जवाब- हल्की थकान पहले दिन हो सकती है क्योंकि शरीर एडजस्ट हो रहा होता है, लेकिन अगर यह लगातार बनी रहे या चक्कर-सिरदर्द के साथ हो तो इसे नजरअंदाज न करें। यह न्यूट्रिएंट डेफिशिएंसी का संकेत हो सकता है। महिलाओं में आयरन की कमी ज्यादा आम है, जो व्रत में बढ़ जाती है। अगर आपको सांस फूलना, पीलापन या बहुत ज्यादा कमजोरी लगे तो डॉक्टर से मिलें। व्रत को मजबूती से रखने के लिए शरीर को तैयार रखना जरूरी है। सवाल- व्रत की किन गलतियों से थकान बढ़ती है? जवाब- लोग व्रत को आसान बनाने के चक्कर में कुछ गलतियां कर बैठते हैं, जो उल्टा नुकसान पहुंचाती हैं। आइए इन्हें ग्राफिक के जरिए समझते हैं। सवाल- पहली गलती- सिर्फ आलू और तली चीजें खाना, इससे क्या समस्या होती है? जवाब- व्रत में लोग सोचते हैं कि आलू आसान है, तो आलू की सब्जी, साबूदाना वड़ा या कु़ट्टू की पूड़ी बना लो। लेकिन इनमें तेल और कार्बोहाइड्रेट ज्यादा होता है, जबकि प्रोटीन, फाइबर और विटामिन कम। नतीजा- भूख जल्दी लगती है, ब्लड शुगर स्पाइक होता है और फिर गिर जाता है, जिससे थकान महसूस होती है। एक स्टडी में पाया गया कि हाई-फैट फूड्स से मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है। मेरी सलाह है, आलू के साथ शकरकंद, कद्दू या लौकी मिलाएं। साबूदाने की जगह राजगिरा या सिंघाड़े का आटा यूज करें, ये फाइबर देंगे और एनर्जी स्टेबल रखेंगे। सवाल- दूसरी गलती- पानी कम पीना, इसे कैसे सुधारें? जवाब- कई लोग मानते हैं कि फल खाने से पानी की कमी पूरी हो जाएगी, लेकिन यह गलतफहमी है। व्रत में पसीना ज्यादा आता है, खासकर गरबा खेलते समय, तो डिहाइड्रेशन हो जाता है। इससे सिरदर्द, थकान और ब्लड प्रेशर लो होने लगता है। रोजाना कम से कम 2.5-3 लीटर पानी पिएं। नारियल पानी, नींबू पानी या छाछ (बिना चीनी) लें। याद रखें, प्यास लगने से पहले ही पानी पीते रहें, जैसे आपका शरीर एक पौधा है जो सूखने से पहले पानी मांगता है। सवाल- तीसरी गलती- फलों पर ज्यादा निर्भर रहना, इससे क्या दिक्कत है? जवाब- फल हेल्दी हैं, लेकिन सिर्फ फल खाकर व्रत निकालना गलत है। इनमें शुगर ज्यादा होती है, लेकिन प्रोटीन और हेल्दी फैट्स कम। इससे ब्लड शुगर तेजी से बढ़ता-घटता है, चक्कर आते हैं और कमजोरी लगती है। क्या करें? फलों के साथ दही, पनीर या मूंगफली मिलाएं। ये प्रोटीन देंगे और एनर्जी लंबे समय तक बनी रहेगी। जैसे, एक सेब के साथ मुट्ठीभर बादाम खाएं, यह कॉम्बो आपको पूरे दिन तरोताजा रखेगा। सवाल- चौथी गलती- नमक न खाना, इससे क्या होता है? जवाब- धार्मिक वजह से लोग सेंधा नमक यूज करते हैं, लेकिन कई बार नमक ही छोड़ देते हैं। इससे सोडियम लेवल गिर जाता है, ब्लड प्रेशर लो होता है और चक्कर या थकान बढ़ती है। खासकर गर्मी में यह समस्या ज्यादा होती है। व्रत में सेंधा नमक खा सकते हैं तो सब्जी, सलाद या दही में थोड़ा मिलाकर खाएं। इससे इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बना रहेगा और आप फ्रेश फील करेंगे। सवाल- पांचवीं गलती- नींद पूरी न करना और ओवर-वर्क करना, कैसे बचें? जवाब- व्रत के दिनों में पूजा, घर का काम या ऑफिस की भागदौड़ से नींद कम हो जाती है। शरीर पहले से ही कम कैलोरी पर चल रहा होता है, तो ज्यादा मेहनत से थकान दोगुनी हो जाती है। रिसर्च कहती है कि नींद की कमी से इम्यूनिटी कम होती है। रोज 7-8 घंटे सोएं। भारी एक्सरसाइज से बचें, हल्की वॉक, योग या प्राणायाम करें। जैसे, शाम को 10 मिनट ध्यान लगाएं, इससे मन शांत होगा और थकान दूर। सवाल- इन गलतियों से बचने के लिए क्या करें? जवाब- व्रत को हेल्दी बनाने के लिए कुछ आसान तरीके हैं। आइए इन्हें ग्राफिक से समझते हैं। सवाल- सही तरीके से व्रत रखने के क्या फायदे हैं? जवाब- सही तरीके से व्रत रखने से शरीर को कई लाभ मिलते हैं। आइए ग्राफिक में देखें। सवाल- कब डॉक्टर से सलाह लें? जवाब- अगर थकान के साथ सीने में दर्द, सांस फूलना, उल्टी या बेहोशी जैसे लक्षण हों तो तुरंत डॉक्टर जाएं। व्रत तोड़कर हल्का खाना लें। फास्टिंग सबके लिए नहीं होती, जैसे डायबिटीज या प्रेग्नेंट महिलाओं को सावधानी बरतनी चाहिए। सवाल- व्रत में एनर्जी कैसे बनाए रखें? जवाब- हर 3-4 घंटे हल्का स्नैक लें, जैसे फल-नट्स। योग करें और पॉजिटिव रहें। व्रत एक जर्नी है, इसे एंजॉय करें। ……………… ये खबर भी पढ़िए जरूरत की खबर: नवरात्रि में 9 दिन ऐसे रखें व्रत: घटेगा वजन, बॉडी होगी डिटॉक्स, न्यूट्रिशनिस्ट से जानें हेल्दी व्रत के टिप्स अगर सही तरीके से व्रत रखा जाए तो ये 9 दिन वजन कम करने और शरीर को डिटॉक्स करने में मददगार हो सकते हैं। सवाल ये है कि व्रत कैसे करें कि भक्ति भी पूरी हो और सेहत भी बनी रहे। पूरी खबर पढ़िए...