भारत में साल 2047 तक 1.1 करोड़ टन से ज़्यादा सौर कचरा पैदा हो सकता है. अगर सही रीसाइक्लिंग नहीं हुई तो आज की साफ़ ऊर्जा कल के लिए एक बड़ी समस्या बन सकती है.