40th Fimfare Award में सुनिधि चौहान ने पहली बार परफॉर्म किया था, वह भी एक ग्रुप का हिस्सा बनकर, लीड सिंगर के तौर पर नहीं। उसी मंच पर बाद में Fimfare Award जीतना उनके लिए एक बेहद खास और भावनात्मक अनुभव बन गया।सुनिधि मानती हैं कि Fimfare Award हमेशा से Industry में बहुत मायने रखते आए हैं। जब आर.डी. बर्मन अवॉर्ड के लिए उनका नाम Announce हुआ, तो वह बेहद खुश थीं कि उन्हें Nominate किया गया और उनका नाम उस मंच पर लिया गया यही उनके लिए बहुत बड़ी बात थी।शुरुआत में उन्होंने सोचा कि वह बस Award लेंगी, धन्यवाद कहेंगी और वापस आ जाएंगी। लेकिन जैसे ही उन्होंने Trophy पकड़ी और अपनी सीट की ओर बढ़ीं, उस पल की गंभीरता और महत्व धीरे-धीरे उन्हें महसूस होने लगा। Award उनके हाथों में जैसे-जैसे भारी लगता गया, वैसे-वैसे उन्हें एहसास हुआ कि यह पल सच में हो चुका है।यह अनुभव उनके लिए नया, अनोखा और बेहद यादगार था, जिसे वह हमेशा अपने दिल के करीब रखेंगी।