छत्तीसगढ़ में चुनाव आयोग ने SIR के तहत पूरे प्रदेश में मतदाता सूची का व्यापक सत्यापन किया। इस सर्वे में पता चला कि सूची में कई ऐसे नाम थे, जो अब पात्र नहीं रहे। मृतक, शिफ्ट और दोहरे नाम वाले मतदाताओं की संख्या लाखों में है। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि किसी वास्तविक पात्र मतदाता को वंचित नहीं किया जाएगा।