फ्रांस के म्यूजियम से नेपोलियन के 9 कीमती गहने चोरी:दीवार फांद, कटर से खिड़की काटकर अंदर घुसे चोर, 7 मिनट में वारदात अंजाम दिया

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फ्रांस के फेमस लूव्र म्यूजियम में रविवार सुबह 9 बजे चोरी की घटना हुई है। फ्रांस की संस्कृति मंत्री रशीदा दाती ने बताया कि चोर ज्वेलरी लेकर भाग गए। उन्होंने X पर लिखा, 'आज सुबह लूव्र म्यूजियम में खुलते ही चोरी हुई।' मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पेशेवर चोर म्यूजियम की दीवार फांदकर अंदर घुसे और डिस्क कटर से खिड़की काटकर महज 7 मिनट में नेपोलियन और महारानी जोसेफिन के 9 बेशकीमती गहने चुरा लिए। चोरी हुए गहनों में 1855 में बना ऐतिहासिक यूजनी क्राउन भी शामिल है, जो हजारों कीमती रत्नों से जड़ा है। इस ताज के कुछ हिस्से टूटे हुए पाए गए। माना जा रहा है चोरी के दौरान ये टूट गया होगा। म्यूजियम ने चोरी के बाद आज पूरे दिन के लिए बंद रहने का ऐलान किया। फ्रांस के गृह मंत्री लॉरेंट नुनेज ने इस घटना को बड़ी डकैतियों में से एक करार दिया। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'जांच शुरू हो गई है और चोरी हुई वस्तुओं की एक लिस्ट तैयार की जा रही है।' फ्रांस के गृह मंत्री बोले- चोरों ने मॉडर्न तरीके से चोरी किया फ्रांस के गृह मंत्री लॉरेंट नुनेज ने बताया कि चोरों ने मॉडर्न तरीके से वारदात को अंजाम दिया। चोर एक ट्रक पर लगी सीढ़ी लेकर आए, जिसे उन्होंने सीन नदी की ओर म्यूजियम की दीवार से सटाया। इसके बाद डिस्क कटर से खिड़की काटकर वे अंदर दाखिल हुए। पुलिस के अनुसार, चोरों ने एक मालवाहक लिफ्ट का इस्तेमाल किया, जो सीधे उस गैलरी तक जाती थी, जहां नेपोलियन और जोसेफिन का बेशकीमती संग्रह रखा था। यह लिफ्ट म्यूजियम में चल रही निर्माण कार्य के लिए लाई गई थी। पुलिस का मानना है कि इस चोरी में तीन चोर शामिल थे। दो चोरों ने गैलरी में घुसकर चोरी की, जबकि तीसरा बाहर निगरानी करता रहा। चोरों ने चेनसॉ (कटर) जैसे औजारों का इस्तेमाल कर गैलरी के शीशे और ताले तोड़े। चोरी के बाद वे एक टी-मैक्स स्कूटर पर सवार होकर ए6 मोटरवे की ओर भाग निकले। ट्रक और सीढ़ी को चोर मौके पर ही छोड़ गए, जो बाद में पुलिस को सबूत के तौर पर मिले। हजारों हीरो-पन्नों से जड़ा ताज चोरी चोरों ने नेपोलियन और महारानी जोसेफिन के संग्रह से नौ गहने चुराए, जिनमें एक हार, ब्रोच और टियारा शामिल हैं। सबसे कीमती था यूजनी क्राउन, जिसे 1855 में महारानी यूजनी डी मॉन्टिजो, नेपोलियन की पत्नी, के लिए बनाया गया था। यह ताज अपनी शानदार डिजाइन और हजारों हीरो-पन्नों के लिए मशहूर है। नेपोलियन और जोसेफिन का यह संग्रह फ्रांस के इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिनमें से कुछ टुकड़े फ्रांसीसी क्रांति के दौरान राजघरानों से लूटे गए थे, जबकि अन्य नेपोलियन साम्राज्य से जब्त किए गए थे चोरी किए गए गहनों की सटीक कीमत का आकलन अभी तक नहीं किया गया है। चोरों के विदेशी होने का शक पुलिस की बैंडिटिज्म रिप्रेशन ब्रिगेड (BRB) और सांस्कृतिक संपत्ति तस्करी विरोधी ऑफिस इस मामले की जांच कर रहे हैं। गृह मंत्री नुनेज ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। पुलिस को शक है कि चोर विदेशी हो सकते हैं। सूत्रों का मानना है कि यह चोरी किसी अमीर संग्रहकर्ता ने करवाई हो, जिससे चुराए गए गहने काले बाजार में न बेचकर निजी तौर पर छुपाए जा सके। म्यूजियम देखने आए पर्यटक वापस लौटे चोरी की खबर फैलते ही लूव्र में अफरा-तफरी मच गई। हजारों पर्यटक जो सुबह-सुबह म्यूजियम देखने आए थे, उन्हें वापस लौटना पड़ा। एक ब्रिटिश पर्यटक ने बताया, 'हम सुबह 10 बजे के आसपास पहुंचे थे। हजारों लोग कतार में थे। अचानक कर्मचारियों ने बताया कि चोरी की वजह से म्यूजियम बंद है। थोड़ी देर बाद पुलिस और सेना की गाड़ियां आ गईं। लोग सेल्फी लेने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने सभी को बाहर निकाला।' म्यूजियम में 3,80,000 कीमती वस्तुएं मौजूद लूव्र दुनिया की सबसे अधिक देखा जाने वाली म्यूजियम है और इसमें कई प्रसिद्ध कलाकृतियां और अन्य मूल्यवान वस्तुएं रखी हैं। इसके प्रमुख आकर्षणों में मोना लिसा, वीनस डी मिलो शामिल हैं। इसमें में मेसोपोटामिया, मिस्र और यूरोपीय कलाकारों के प्राचीन वस्तुओं, मूर्तिकला और चित्रकला भी दिखाई जाती हैं। इस म्यूजियम में करीब 3,80,000 वस्तुएं हैं, जिनमें से 35,000 प्रदर्शन के लिए रखी जाती हैं। इसका मूल्य अरबों पाउंड में है, जिसके चलते इसकी सुरक्षा विश्व के सबसे कड़े सुरक्षा इंतजामों में से एक है। म्यूजियम में हर रोज 30,000 तक लोग आते हैं। 1911 में मोनालिसा की पेंटिंग चुरा ले गया था कर्मचारी लूव्र म्यूजियम में चोरी और डकैती का एक लंबा इतिहास रहा है। सबसे चर्चित घटना 1911 में हुई थी, जब मोनालिसा की पेंटिंग अपने फ्रेम से गायब हो गई थी, जिसे एक कर्मचारी ने चुरा लिया था। वह म्यूजियम के अंदर एक अलमारी में रातभर छिपा रहा और पेंटिंग को अपने कोट के नीचे छिपाकर बाहर निकल गया। दो साल बाद फ्लोरेंस में यह पेंटिंग बरामद हुई थी। हाल ही में नवंबर 2024 में कुल्हाड़ी से लैस चोरों ने सात कीमती बक्से चुरा लिए थे।