भारत निर्वाचन आयोग के विशेष मतदाता पुनरीक्षण अभियान (नेशनल इंटेंसिव रिवीजन–एसआईआर) के परिणामों ने भोजपुर जिले की चुनावी तस्वीर बदलकर रख दी है। वर्ष 2020 की तुलना में इस बार जिले में कुल मतदाताओं की संख्या करीब 38 हजार कम हो गई है।