भारतीय टीम के किसी भी सदस्य से पूछिए, और सभी अपने पूर्व कप्तान की कसम खाएँगे. वे जानते थे कि उनका दरवाज़ा हमेशा खुला है वे जानते थे कि वे उन पर भरोसा कर सकते हैं,और उन्हें उनका समर्थन प्राप्त है. वे जानते थे कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे कि उनका स्वागत और सुरक्षा हो