दिल्ली के श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट का पूर्व हेड, 62 साल का स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थसारथी गिरफ्तारी से पहले लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था। पिछले 50 दिनों के दौरान उसने 15 होटल बदले। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह पुलिस से बचने के लिए बिना सीसीटीवी कैमरों वाले सस्ते होटलों में ठहरता था। वह उत्तर प्रदेश के धार्मिक शहरों वृंदावन, मथुरा में भी छिपा रहा। चैतन्यानंद के करीबी उसके लिए होटल चुनते थे। शनिवार को वह आगरा के एक होटल में ठहरा था। रविवार सुबह 3:30 बजे पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने उसे 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। पुलिस अब उसके करीबियों की तलाश कर रही है। चैतन्यानंद के पास से पुलिस को आईपैड और तीन फोन बरामद हुए। इनमें से एक फोन में छात्रावास के सीसीटीवी फुटेज हैं, जिसके जरिए वह छात्राओं पर नजर रखता था। सूत्रों ने बताया कि उसने पूछताछ दावा किया कि वह अपने फोन और अन्य डिजिटल उपकरणों के पासवर्ड भूल गया है। चैतन्यानंद पर इंस्टीट्यूट की 17 छात्राओं से यौन उत्पीड़न का आरोप है। उसके खिलाफ 4 अगस्त को वसंत कुंज नॉर्थ पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की गई थी। तब वह इंस्टीट्यूट का प्रमुख था। उसे 9 अगस्त को पद से निष्कासित किया गया था। दिल्ली पुलिस ने सोमवार को उससे इंस्टीट्यूट की छात्राओं के यौन उत्पीड़न के आरोपों के मामले में पूछताछ की। उसे इंस्टीट्यूट के उस कमरे में ले जाया गया, जहां उस पर छात्राओं को बुलाने का आरोप है। हालांकि, इस दौरान वह न तो जांच में मदद कर रहा था, न ही सवालों का ठीक से जवाब दे रहा था।