हैंडशेक विवाद के बाद से ही अटकलें लगाई जा रही थीं कि भारतीय प्लेयर्स किसी पाकिस्तानी के हाथ से ट्रॉफी नहीं लेंगे. क्योंकि 14 सितंबर को जब भारत और पाकिस्तान के बीच इस टूर्नामेंट का पहला मैच खेला गया था, तब भी भारतीय प्लेयर्स ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ तक नहीं मिलाया था. जिसके बाद खूब ड्रामा हुआ था.