एम्स भोपाल ने स्तन कैंसर सर्जरी के लिए आईसीजी तकनीक विकसित की है। इससे प्रभावित लसीका ग्रंथियों की सटीक पहचान होती है और केवल उन्हीं को निकाला जाता है। इससे लिम्फेडेमा का खतरा कम होता है और मरीज को कम परेशानी होती है। यह नई तकनीक एक तरह का जीपीएस सिस्टम है, जो डॉक्टरों को कैंसर के फैलने का सही रास्ता दिखाती है।