ज्योतिषाचार्य पंडित शत्रुघ्न झा ने बताया कि कलश का जल पवित्र और ऊर्जावान माना जाता है, इसलिए इसका अपमान करना अशुभ समझा जाता है. कलश का जल नदियों, तालाबों या पीपल-वट वृक्ष की जड़ में प्रवाहित करना सबसे उत्तम माना गया है.