संसद की स्थायी समितियों का कार्यकाल एक साल से बढ़ाकर 2 साल करने की तैयारी है. अभी हर साल पुनर्गठन से निरंतरता टूट जाती है और बिलों-रिपोर्टों की गहन जांच अधूरी रह जाती है. इस बदलाव से समितियां विधेयकों और महत्वपूर्ण विषयों की गहराई से समीक्षा कर सकेंगी. इस कदम से मौजूदा अध्यक्ष शशि थरूर अपने पद पर दो साल और बने रह सकते हैं.