भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया कि नाटो महासचिव मार्क रूटे का बयान, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच फोन पर कथित बातचीत का जिक्र है, तथ्यों से मेल नहीं खाता और पूरी तरह झूठा है.