छत्तीसगढ़ में वक्फ बोर्ड की संपत्तियों का उचित बाजार भाव से किराया नहीं मिल पाने के कारण बोर्ड को कामकाज के संचालन के लिए सरकार की ओर से मिलने वाले अनुदान पर निर्भर रहना पड़ रहा है। राज्य में वक्फ की 7 हजार करोड़ की संपत्ति है, लेकिन किराया एक करोड़ भी नहीं आ रहा है।