शहबाज़ शरीफ़ ने अपने संबोधन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तारीफ़ में कई वाक्य बोले थे, जबकि जयशंकर ने अमेरिका का नाम तक नहीं लिया. हालांकि भारतीय विदेश मंत्री ने ट्रेड नीतियों की आलोचना ज़रूर की है.