भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को वीकली प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने बताया कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हाल ही में साइप्रस के विदेश मंत्री से बात की है। इस दौरान उन्होंने साइप्रस मुद्दे को UN नियमों के मुताबिक हल करने पर बात की। दरअसल तुर्किये ने 1974 में साइप्रस के उत्तरी हिस्से पर कब्जा कर लिया था, तब से वहां विवाद की स्थिति बनी हुई है। भारत के इस बयान से तीन दिन पहले तुर्किये के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने UN में जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया था। इस पर जायसवाल ने कहा कश्मीर मुद्दे पर हमारा स्टैंड 10 साल से पूरी तरह क्लियर है। भारत ने नाटो मोदी-पुतिन पर नाटो प्रमुख का बयान खारिज किया जायसवाल ने नाटो प्रमुख मार्क रुटे के उस बयान को पूरी तरह खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने कहा था पीएम मोदी ने यूक्रेन वॉर मुद्दे पर राष्ट्रपति पुतिन से बात की है। जायसवाल ने कहा कि ऐसी कोई बातचीत नहीं हुई। उन्होंने नाटो से सावधानी से बयान देने को कहा। इसके साथ यह भी कहा कि भारत अपने लोगों के लिए सस्ती बिजली और देश की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाता रहेगा। हाल ही में मार्क रुटे ने कहा था कि अमेरिका ने जो टैरिफ भारत पर लगाए हैं, उसका असर रूस पर भी पड़ रहा है। उनके मुताबिक, टैरिफ की वजह से भारत ने रूस से उसकी यूक्रेन युद्ध रणनीति को लेकर जवाब मांगा है। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी इस बारे में रूसी राष्ट्रपति पुतिन से बात कर रहे हैं। अन्य मुद्दों पर भारतीय विदेश मंत्रालय का बयान... ---------------------------------------------- यह खबर भी पढ़ें... तुर्किये के राष्ट्रपति ने UN में फिर कश्मीर मुद्दा उठाया:कहा- भारत-पाकिस्तान सुरक्षा परिषद की मदद लें; 2019 से 6 बार जिक्र कर चुके तुर्किये के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने मंगलवार को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 80वें सत्र में एक बार फिर जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया। उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच बातचीत के जरिए कश्मीर मुद्दे को हल करने की वकालत की। यहां पढ़ें पूरी खबर...