भारत में कई विश्लेषकों ने इसे मई में भारत-पाकिस्तान के बीच हुए सैन्य संघर्ष के संदर्भ में देखना शुरू किया तो पश्चिमी देशों के विश्लेषकों ने इसे बीते दिनों क़तर में हमास के कथित ठिकानों पर इसराइली हमले के संदर्भ में देखा. इस समझौते से कई सवाल भी उठे हैं.