अमेरिकी राज्य मिशिगन के ग्रैंड ब्लैंक शहर में रविवार को चर्च में गोलीबारी करने वाले शख्स की पहचान 40 साल थॉमस जैकब सैनफोर्ड के रूप में हुई। सैनफोर्ड ने 2004 से 2008 तक मरीन कमांडो में काम किया था। उसे 5 मेडल भी मिले थे। अल-जजीरा के मुताबिक, सैनफोर्ड के बेटे को एक रेयर डिजीज थी, जिसके चलते उसने नौकरी छोड़ी थी। सैनफोर्ड ने फायरिंग के बाद में चर्च को आग लगा दी थी। इसमें, 2 लोगों की मौत गोली लगने से हुई, जबकि 3 लोगों की मौत इलाज के दौरान हुई। हमले में 8 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कई की हालत गंभीर बनी हुई है। सैनफोर्ड ने असॉल्ट राइफल का इस्तेमाल किया था। उसने चर्च पर हमला क्यों किया इसका पता फिलहाल नहीं चल सका है। पुलिस के साथ मुठभेड़ में सैनफोर्ड भी मारा गया। चर्च में आग से जुड़ी 4 तस्वीरें... ट्रम्प बोले- यह ईसाइयों पर जानबूझकर किया गया हमला ट्रम्प ने ट्रुथ सोशल पर कहा, 'ऐसा लग रहा है कि यह ईसाइयों पर जानबूझकर किया गया हमला है। हमारे देश में हिंसा की इस महामारी को तुरंत रोका जाना चाहिए।' पुलिस बोली- संदिग्ध ने ही आग लगाई पुलिस का कहना है कि जिस संदिग्ध ने गोलीबारी की थी, उसने ही जानबूझकर चर्च में आग भी लगाई थी। पुलिस अधिकारी ने ब्रीफिंग में कहा, 'हम अभी भी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि आग कब और कैसे लगी।' मरीन में काम कर चुका हमलावर मरीन कॉर्प्स के अनुसार, गोलीबारी का संदिग्ध थॉमस जैकब सैनफोर्ड जून 2004 से जून 2008 तक मरीन में नौकरी की थी। इस दौरान उसकी तैनाती इराक में भी हुई थी। NBC के मुताबिक, वह मार्च 2008 में अमेरिका लौट आया और तीन महीने बाद मरीन्स छोड़ दी। सैनफोर्ड ने बाद में एक ट्रक ऑपरेटर के रूप में काम शुरू किया, और 2016 में, उन्होंने बर्टन में एक घर खरीदा। गोलीबारी शुरू होने से पहले ट्रक मिशिगन चर्च से टकराया था फॉक्स न्यूज को एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि रविवार को गोलीबारी शुरू होने से पहले ट्रक मिशिगन चर्च से टकराया था। इसके बाद गोलियां चली जिससे अफरा-तफरी मच गई। चर्च के एक सदस्य ने बताया कि दीवार धक्के से अंदर की ओर झुक गई। उस समय लगभग 150 लोग अंदर थे, जिनमें छोटे बच्चे भी शामिल थे। धमाका इतना जोरदार था कि कुछ लोगों को लगा कि कोई बम फट गया है। दहशत फैल गई और श्रद्धालु चर्च के पीछे से पार्किंग की ओर भागे। गोलीबारी से एक दिन पहले चर्च के सबसे बुजुर्ग अध्यक्ष रसेल एम. नेल्सन की मौत हुई थी, उन्हें याद करने के लिए ज्यादातर लोग चर्च आए थे। इसके कारण चर्च में भीड़ थी। मिशिगन की गवर्नर ने पीड़ितों के सम्मान में झंडा आधा झुकाने को कहा मिशिगन की गवर्नर ग्रेचेन व्हिटमर ने पीड़ितों के सम्मान में राज्य कैपिटल और ग्रेट लेक राज्य की सार्वजनिक इमारतों पर अमेरिकी और मिशिगन के झंडे को 5 दिन के लिए आधा झुकाने का आदेश दिया है। डेमोक्रेटिक गवर्नर ने एक बयान में कहा, 'मेरा दिल टूट रहा है', उन्होंने आगे कहा कि कोई भी हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।' व्हिटमर ने कहा, 'मैं उन पहले प्रतिक्रिया देने वालों का आभारी हूं जिन्होंने तुरंत कार्रवाई की। जिन लोगों को हमने खोया है, उनके सम्मान में, मैं पूरे मिशिगन में झंडे झुकाने का आदेश दे रही हूं।' उन्होंने आगे कहा, 'हमारा राज्य पीड़ितों, उनके परिवारों और ग्रैंड ब्लैंक टाउनशिप के पूरे समुदाय के साथ शोक में है।' शनिवार, 4 अक्टूबर 2025 को झंडे को सीधा किया जाएगा। न्यूयॉर्क पुलिस ने घटना के बाद धार्मिक संस्थानों में तैनाती बढ़ाई मिशिगन में गोलीबारी और आग लगने की खबर के बाद, न्यूयॉर्क पुलिस विभाग ने अत्यधिक सावधानी बरतते हुए शहर भर के धार्मिक संस्थानों में अधिकारियों को तैनात किया है। लॉस एंजिल्स की मेयर कैरेन बास ने एक्स पर लिखा कि शहर के अधिकारी भी ऐसा ही करेंगे, तथा पूजा स्थलों के आसपास गश्त बढ़ाएंगे। बास ने लिखा, 'इस तरह की हिंसा निंदनीय है और हमारे देश में इसकी कोई जगह नहीं होनी चाहिए। मेरी संवेदनाएं प्रभावित परिवारों और पूरे ग्रैंड ब्लैंक समुदाय के साथ हैं।' FBI चीफ बोले- घटना पर नजर बनाए हुए LDS चर्च में हुई फायरिंग और आगजनी पर FBI चीफ काश पटेल ने बयान दिया है। पटेल ने कहा, हम इस भयावह घटना की रिपोर्ट पर नजर रख रहे हैं। FBI एजेंट स्थानीय प्रशासन की मदद के लिए मौके पर मौजूद हैं। पूजा स्थल पर हिंसा एक कायराना और आपराधिक कृत्य है। इस दुखद समय में हमारी संवेदनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ है। ------------------------------- ये खबर भी पढ़ें... अमेरिका के मिशिगन में चर्च में गोलीबारी, 4 की मौत: 8 घायल, हमलावर भी मारा गया; फायरिंग के बाद चर्च में आग लगी अमेरिकी राज्य मिशिगन के ग्रैंड ब्लैंक शहर में रविवार को एक चर्च में गोलीबारी हुई है। इसमें 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि 8 लोग घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि संदिग्ध हमलावर मुठभेड़ में मारा गया। पूरी खबर पढ़ें...